कोविड में दिल्ली से ऋषिकेश साइकल यात्रा | भाग चार – घर
भाग चार – घर सबसे कठिन काम होता है परिवार जन की अनुमति लेना, पर ये हमारे अपने खुद क…
भाग चार – घर सबसे कठिन काम होता है परिवार जन की अनुमति लेना, पर ये हमारे अपने खुद के हाथ में होता है, निर्भर करता है आप कैसी इमेज बना कर रख रहे है…
Read moreभाग तीन – होय वही जो राम रचि राखा पहली सोलो यात्रा थी तो अन्दर ही अन्दर घबराहट तो उमड़ उमड़ कर आ रही थी, ऊपर से साइकल से जाना वो भी कोविड काल, बिना…
Read moreभाग दस – हरिद्वार उसके बाद साइड में जंगल आने लगे, बोर्ड लगे नजर आने लगे जिन पर लिखा था गुलदार से सावधान, देखकर बड़ा रोमांचित महसूस हुआ वही एक पेड़ पड़ा…
Read moreभाग पांच - निंद्रा तो वो रात आ गई, अगली सुबह निकलना था रात आँखों में ही कट गई, नींद भी आने का नाम नहीं ले रही थी, एक या दो बजे झपकी लगी तो पहुँच गय…
Read moreदिनांक 23 अक्तूबर 2020 यात्रा पिछले भाग में आपने पढ़ा होगा कि कोविड का समय चल रहा था, लॉकडाउन लगा हुआ था ... आगे पढ़िए भाग दो – मित्र आदित्य भाई मेरे …
Read more23 अक्तूबर 2020 की यायावरी दिल्ली से ऋषिकेश भाग एक - कोविड काल ये यात्रा वर्णन उस समय का है, जब वो कोविड काल चल रहा था, कि सम्पूर्ण लॉकडाउन समाप्त …
Read moreसोलो साइकल यात्रा गोल्डन ट्राईगल यायावर मैक्स “मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया फिर लोगो को कोई और मिल गया …
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